DIY Drone - अपना ड्रोन बनाऐं -
- cs gujral
- Dec 21, 2024
- 3 min read
ड्रोन(Drone) बनाना एक रोमांचक और तकनीकी प्रोजेक्ट है, जो आपको इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोडायनामिक्स और प्रोग्रामिंग की जानकारी देता है। यदि आप ड्रोन को खुद बनाना चाहते हैं, तो इसे ध्यानपूर्वक और चरणबद्ध तरीके से करें। नीचे DIY ड्रोन बनाने की प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया है।
ड्रोन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री और उपकरण
फ्रेम
ड्रोन (Drone) का फ्रेम हल्का और मजबूत होना चाहिए।
आप इसे लकड़ी, एल्यूमिनियम, प्लास्टिक, या कार्बन फाइबर से बना सकते हैं।
बाजार में तैयार फ्रेम भी उपलब्ध हैं।
फ्रेम पर चार मोटर माउंट्स की जगह होनी चाहिए।

F450 Quadcopter Frame
मोटर (Brushless Motor)
ड्रोन में क्वाडकॉप्टर के लिए चार मोटर चाहिए।
सही मोटर का चयन ड्रोन के वजन और साइज के अनुसार करें।
प्रत्येक मोटर को ड्रोन के फ्रेम के एक हाथ पर लगाना होगा।

1800 KV BLDC Motor
ESC (Electronic Speed Controller)
यह मोटर की स्पीड को कंट्रोल करता है।
चार मोटर्स के लिए चार ESC की जरूरत होगी।

Simonk Red ESC 30A without Connector for Quadcopter
प्रोपेलर
प्रोपेलर ड्रोन को ऊपर उठाने में मदद करते हैं।
ड्रोन के लिए दो प्रकार के प्रोपेलर का इस्तेमाल होता है: CW (Clockwise) और CCW (Counter-Clockwise)।

Quadcopter propellers 10 x 4.5
बैटरी (LiPo Battery)
लिथियम पॉलीमर (LiPo) बैटरी ड्रोन के लिए सबसे उपयुक्त होती है।
बैटरी का चयन ड्रोन के वजन और उड़ान समय के अनुसार करें।

11.1V 2200mAh 25c LiPo Battery
फ्लाइट कंट्रोलर
फ्लाइट कंट्रोलर ड्रोन को उड़ने और संतुलित रखने के लिए मुख्य कंप्यूटर होता है।
Pixhawk, KK2, APM जैसे फ्लाइट कंट्रोलर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

KK board 2.1.5 Multi-Rotor LCD Flight Control Board
पावर डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड (PDB)
यह बैटरी से सभी उपकरणों को पावर सप्लाई देता है।
ट्रांसमीटर और रिसीवर
ड्रोन को रिमोट से कंट्रोल करने के लिए ट्रांसमीटर और रिसीवर का उपयोग किया जाता है।

FS-SM600 6CH USB Powered Controller with SuperSimX Simulator (Mode 2)
सॉफ्टवेयर
फ्लाइट कंट्रोलर को प्रोग्राम करने के लिए सॉफ्टवेयर जैसे Betaflight, Mission Planner का उपयोग करें।
अन्य उपकरण
सोल्डरिंग आयरन, तार, मल्टीमीटर, केबल टाई, स्क्रूड्राइवर और हीट-श्रींक टयूबिंग।
चरणबद्ध प्रक्रिया-
1. फ्रेम तैयार करें
फ्रेम बनाते समय इसका संतुलन और मजबूती सुनिश्चित करें।
मोटर माउंट्स और फ्लाइट कंट्रोलर के लिए जगह बनाएं।
यदि आप तैयार फ्रेम का उपयोग कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि यह आपके प्रोजेक्ट के लिए उपयुक्त हो।
2. मोटर और प्रोपेलर इंस्टॉल करें
चारों मोटर्स को फ्रेम के कोनों पर माउंट करें।
सही दिशा में प्रोपेलर लगाएं: दो CW और दो CCW।
ध्यान रखें कि प्रोपेलर और मोटर सही तरीके से काम कर रहे हों।
3. ESC को मोटर से कनेक्ट करें
प्रत्येक मोटर को एक ESC से कनेक्ट करें।
ESC को फ्रेम पर टाई या स्क्रू की मदद से फिक्स करें।
ESC के तारों को साफ और व्यवस्थित रखें।
4. पावर डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड लगाएं
सभी ESC और बैटरी को PDB से जोड़ें।
सुनिश्चित करें कि सभी कनेक्शन सही हैं और शॉर्ट सर्किट से बचने के लिए टेप का उपयोग करें।
5. फ्लाइट कंट्रोलर इंस्टॉल करें
फ्लाइट कंट्रोलर को फ्रेम के केंद्र में लगाएं।
यह ड्रोन के संतुलन और नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है।
ESC और रिसीवर को फ्लाइट कंट्रोलर से जोड़ें।
6. ट्रांसमीटर और रिसीवर सेट करें
ट्रांसमीटर को रिसीवर के साथ पेयर करें।
रिसीवर को फ्लाइट कंट्रोलर से कनेक्ट करें।
ट्रांसमीटर के सभी चैनल सही तरीके से काम कर रहे हों, इसे सुनिश्चित करें।
7. सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग
फ्लाइट कंट्रोलर को USB के जरिए कंप्यूटर से कनेक्ट करें।
Betaflight या Mission Planner जैसे सॉफ्टवेयर का उपयोग करें।
ड्रोन की सेटिंग्स को कॉन्फ़िगर करें और इसे कैलिब्रेट करें।
मोटर्स की स्पीड और बैलेंस को सॉफ्टवेयर के जरिए जांचें।
8. बैटरी कनेक्ट करें
बैटरी को ड्रोन के पावर सिस्टम से कनेक्ट करें।
बैटरी को फ्रेम पर मजबूती से माउंट करें।
9. उड़ान परीक्षण (Flight Testing)
ड्रोन को एक खुले क्षेत्र में टेस्ट करें।
पहले इसे धीमी गति से उड़ाने की कोशिश करें।
बैलेंस, मोटर स्पीड और अन्य पहलुओं को जांचें।
किसी भी समस्या को हल करने के लिए सॉफ्टवेयर सेटिंग्स को समायोजित करें।
सुरक्षा सुझाव
ड्रोन टेस्टिंग के दौरान हमेशा खुले और सुरक्षित स्थान का चयन करें।
प्रोपेलर के करीब हाथ न रखें।
बैटरी का ध्यान रखें और अधिक चार्जिंग से बचें।
उड़ान के दौरान गॉगल्स पहनें।
स्थानीय नियमों और ड्रोन उड़ाने के कानूनों का पालन करें।
यदि आपको किसी विशिष्ट चरण में अधिक जानकारी चाहिए, तो पूछने में संकोच न करें!



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